लडता रहुंगा….

ना जाने ये कैसा डर है ना जीने देता है, ना मरने दे रहा है ये वक्त भी मेरे खिलाफ हो गया है। मुझेसे हर एक नाता तोड़ रहा है फिर भी मैं हार नहीं मानूंगा अपने कदमों को आगे बढ़ाता रहूंगा जब तक मेरी सांसो में जान है मैं अपनी ख्वाहिशों के लिए लड़ता रहूंगा…

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